जीभ के छाले के 12 घरेलू उपचार

12 Home Remedies for Tongue Ulcers

जीभ के छाले के 12 घरेलू उपचार

जीभ के छाले एक आम समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। यह समस्या अक्सर चोट या किसी अंतर्निहित बीमारी के कारण होती है। जीभ पर होने वाले छाले को काफी हद तक माउथ अल्सर का ही एक रूप माना जाता है। इसमें भी उसी तरह के छाले होते हैं, वैसे ही जलन और परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

जीभ के छाले के लक्षण

जीभ के छालों के लक्षण कारण पर निर्भर करते हैं, लेकिन इसमें निम्न शामिल हो सकते हैं:

जीभ के छाले का सबसे स्पष्ट लक्षण घाव होता है। यह गोल या अंडाकार दिखाई देता है। बीच में सफेद या पीला होता है और इसकी सीमा लाल होती है।
घावों के चारों ओर सूजी हुई त्वचा होती है।
जीभ पर हल्का दबाव पड़ने पर भी दर्द होता है।
नमकीन, मसालेदार या खट्टे खाद्य पदार्थों के कारण घावों में जलन।
जीभ पर दबाव पड़ने पर दर्द होने के कारण चबाने या मंजन करते समय समस्याएं होती हैं।
भूख में कमी।

जीभ के छाले के कारण

जीभ पर छाले पड़ने के बहुत सारे कारण होते हैं, जैसे जीवनशैली और आहार, बीमारी, पौष्टिकता की कमी, संक्रमण आदि। जीभ के छाले पड़ने के कारणों का सही तरह से ज्ञान होने पर उससे बचना भी आसान हो जाता है।

1- मुँह में लगने वाली चोट:

मुँह में लगने वाली चोट मुँह के छालों का एक आम कारण होता है। दाँत का एक नुकीला किनारा लगना, दुर्घटनावश चबा लेना, तीखा, अपघर्षक या अत्यधिक नमकीन भोजन, टूथब्रश से होने वाले घाव मुँह की श्लेषकीय पंक्ति को चोट पहुँचा सकते हैं।

2- वायरस, फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण:

वायरस, फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण के कारण भी जीभ में छाले हो सकते हैं। मुँह के रोगजनक छालों के उत्पन्न होने का एक कारण अपने हाथों को धोये बिना अपने फटे होंठो को छूना है।

3- प्रतिकारक-क्षमता में कमी:

विटामिन-सी की कमी के कारण और विटामिन- B12, जिंक आदि की कमी को भी मुँह के छालों से जोड़ा जा सकता है।

4- फ्लोवेंट का प्रयोग:

फ्लोवेंट का प्रयोग करने के बाद मुँह न धोने के कारण भी मुँह में छाले हो सकते हैं।

5- मुँह के कैंसर:

मुँह के कैंसर के कारण भी छाले हो सकते हैं क्योंकि घाव का केन्द्र रक्त के प्रवाह और परिगलनें को खो देता है।

6- जीवनशैली और आहार:

जीवनशैली और आहार भी जीभ के छालों का एक कारण हो सकता है। अधिक मसालेदार या तीखा भोजन करने से जीभ में छाले हो सकते हैं।

7- तनाव और चिंता:

तनाव और चिंता भी जीभ के छालों का एक कारण हो सकता है। तनाव और चिंता के कारण प्रतिकारक-क्षमता कम हो सकती है और जीभ में छाले हो सकते हैं।

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जीवनशैली और आहार के कारण

जीभ के छाले एक आम समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। इसके पीछे आहार और जीवनशैली की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अधिक गर्म भोजन ग्रहण करने से जीभ पर छाले होने लगते हैं। मिर्च मसालेदार भोजन का सेवन करने से भी यह समस्या हो सकती है।

  1. सिगरेट और एल्कोहल का सेवन करने से।
  2. पान-मसाला या तम्बाकू चबाने की आदत।
  3. विटामिन-बी की कमी से।
  4. कब्ज की समस्या।
  5. खाने-पीने में सफाई का ध्यान न रखने से।
  6. दूसरों का जूठन खाने से।
  7. अत्यधिक तनाव की वजह से भी मुँह के भीतर लाल रंग के छाले हो सकते हैं।

जीभ के छाले पड़ने से बचने के उपाय

जीभ के छाले के कष्ट से बचने के लिए समय रहते सावधानियों को अपनाना बेहतर होता है। इसके लिए जीवनशैली और आहार में बदलाव लाना बहुत ज़रूरी होता है।

जीवनशैली में बदलाव

  • मुँह की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • खाने के बाद कुल्ला करना न भूलें।
  • रात को सोने से पहले ब्रश जरूर करें।
  • हमेशा सॉफ्ट टूथब्रश का चुनाव करें।
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आहार में बदलाव

  • अधिक गर्म तरल एवं खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
  • अधिक मसालेदार भोजन का सेवन न करें।
  • अत्यधिक तनाव भी छालों का कारण बन सकता है। इसलिए तनाव मुक्त जीवन का भोग करें।
  • खाने-पीने के मामले में दूसरों का जूठन खाने से एवं खिलाने से बचें
  • चाय, कॉफी आदि का अधिक सेवन न करें।
  • एल्कोहल या सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन सीमित मात्रा में करें।
  • सिगरेट, पान-मसाला और तंबाकू से दूर रहने की कोशिश करें।
  • हरी सब्जियों और मौसमी फलों का नियमित रूप से सेवन करें।
  • रोजाना आठ-दस गिलास पानी पिएं

जीभ के छाले के 12 घरेलू उपचार

जीभ के छाले एक आम समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। यहाँ कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जो आपको जीभ के छाले से निजात पाने में मदद कर सकते हैं:

1- गुनगुना पानी और नमक:

एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं और इसे धीरे-धीरे मुँह में घुमायें। इससे थोड़ी जलन और दर्द तो जरूर हो सकता है लेकिन छाले जल्द ठीक हो जाते हैं।

2- फिटकरी:

फिटकरी को पानी में डालकर उस पानी से कुल्ला करने पर दर्द से जल्दी आराम मिलने में मदद मिलती है।

3- अमलतास की फली:

अमलतास की फली मज्जा को धनिये के साथ पीसकर थोड़ा कत्था मिलाकर मुँह के छालों में रखिए। इससे जीभ के छाले दूर हो जाते हैं

4- शहद और मूलेठी का पेस्ट:

शहद में मुलेठी का चूर्ण मिलाकर इसका लेप मुँह के छालों पर करें और लार को मुँह से बाहर टपकने दें। इससे दर्द से जल्दी आराम मिलता है और धीरे-धीरे घाव भी सूखने लगता है।

5- अमरूद के पत्ते और कत्था का पेस्ट:

अमरूद के मुलायम पत्तों में कत्था मिलाकर पान की तरह चबाने से मुँह के छाले से राहत मिलती है और छाले ठीक हो जाते हैं।

6- लहसुन:

लहसुन की एक कली को छाले पर रगड़ें। तीस मिनट बाद पानी से कुल्ला कर लें। अल्सर गायब होने तक इस प्रक्रिया को दोहरायें।

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7- पान के पत्ते:

सूखे पान के पत्ते का चूर्ण बना लीजिए, इस चूर्ण को शहद में मिलाकर चाटिए। इससे मुँह के छाले ठीक होने लगते हैं।

8- मशरूम:

मशरूम को सुखाकर बारीक चूर्ण तैयार कर लीजिए, इस चूर्ण को छालों पर लगा दीजिए। इससे मुँह के छाले ठीक हो जाएंगे।

9- नींबू और शहद:

नींबू के रस में शहद मिलाकर इसके कुल्ले करने से जीभ के छाले दूर होते हैं।

10- शहद:

जीवाणुरोधी गुणों से युक्त शहद मुँह में होने वाले छालों में एक बहुत ही प्रभावी दवा के रूप में कार्य करता है। अंगुली से थोड़ा शहद लेकर छाले पर लगाएं।

11- नारियल का तेल:

नारियल के तेल का औषधीय गुण जीभ के छाले के उपचार में बहुत सहायक होता है। रुई की सहायता से नारियल के तेल को अल्सर पर लगाएं।

12- गुड़:

खाना खाने के बाद गुड़ चूसने से जीभ के छाले में राहत मिलती है।

इन घरेलू उपचारों को अपनाकर आप जीभ के छाले से निजात पा सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

जीभ के छाले पर सामान्य प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1- जीभ में छाले क्यों होते हैं?

उत्तर: जीभ में छाले कई कारणों से हो सकते हैं, जैसे कि विटामिन B12 की कमी, पाचन गड़बड़ी, अधिक मसालेदार खाना, मानसिक तनाव, हार्मोनल बदलाव या फिर मुंह की सफाई न करना।

प्रश्न 2- जीभ के छालों के लिए सबसे असरदार घरेलू उपाय कौन-सा है?

उत्तर: शहद और हल्दी का लेप, नारियल का तेल लगाना, त्रिफला पानी से गरारे करना, और तुलसी पत्तों का सेवन सबसे असरदार देसी उपाय हैं।

प्रश्न 3- क्या नारियल का तेल छालों में फायदेमंद होता है?

उत्तर: हाँ, नारियल तेल में एंटी-बैक्टीरियल और सूजन-रोधी गुण होते हैं जो छालों को जल्दी भरने में मदद करते हैं।

प्रश्न 4- क्या जीभ के छालों में गर्म पानी से गरारा करना चाहिए?

उत्तर: हाँ, गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर गरारा करने से सूजन कम होती है और छाले जल्दी ठीक होते हैं।

प्रश्न 5- क्या शहद और हल्दी का मिश्रण छालों में लाभदायक है?

उत्तर: बिलकुल, शहद और हल्दी दोनों में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो छाले की जलन कम करते हैं और घाव को जल्दी भरने में सहायक हैं।

प्रश्न 6- जीभ में बार-बार छाले होने का क्या कारण हो सकता है?

उत्तर: बार-बार छाले होना विटामिन की कमी, पेट में गर्मी, एसिडिटी, एलर्जी या किसी दवा की प्रतिक्रिया के कारण हो सकता है। कभी-कभी यह किसी अंदरूनी रोग का लक्षण भी हो सकता है।

प्रश्न 7- क्या छालों में ठंडी चीजें खाना फायदेमंद होता है?

उत्तर: हाँ, ठंडी दही, ठंडा दूध या नारियल पानी जैसी चीजें जीभ की जलन कम करने में मदद करती हैं और राहत देती हैं।

प्रश्न 8- जीभ के छालों में कौन से फल नहीं खाने चाहिए?

उत्तर: संतरा, नींबू, अमरूद, अनानास जैसे खट्टे फल और अधिक मसालेदार/नमकीन चीजें छालों को और बढ़ा सकती हैं। इनसे परहेज करना चाहिए।

प्रश्न 9- क्या घरेलू नुस्खों से छाले पूरी तरह ठीक हो सकते हैं?

उत्तर: जी हाँ, अगर छाले सामान्य कारणों से हैं तो घरेलू उपायों से 2–4 दिनों में आराम मिल सकता है। लेकिन अगर बार-बार हो रहे हों, तो डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है।

प्रश्न 10- कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?

उत्तर: अगर छाले 7 दिनों से ज्यादा समय तक ठीक न हो रहे हों, बहुत दर्द कर रहे हों, या बार-बार हो रहे हों, तो किसी दंत चिकित्सक या आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

निष्कर्ष

जीभ के छाले एक आम समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। घरेलू उपचार जैसे कि प्राकृतिक उपचार, आयुर्वेदिक उपचार, फलों और पत्तियों का उपयोग, अन्य घरेलू उपचार और अतिरिक्त उपचार जीभ के छाले के लिए बहुत ही प्रभावी होते हैं। इन उपचारों को अपनाकर आप जीभ के छाले से निजात पा सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

डिस्क्लेमर:
⚠️ Disclaimer : जीभ के छाले के 12 घरेलू उपचार! की यह पोस्ट कई किताबो और स्वास्थ सम्बन्धित वेब साईट को अध्यन कर सावधानी पूर्वक लिखा गया हैं।

लेकिन इसमें उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर 👉 #चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। और साथ ही आप ध्यान दे सेहत से जुड़ें किसी भी नुस्खे को आजमाने से पहले अपने डॉ से जरुर सलाह ले ताकि आपको जल्द से जल्द आपको लाभ मिले।

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