डेंगू और मलेरिया से बचाव के 15 देसी उपाय – बिना दवा घर बैठे इलाज!

15 home remedies to prevent dengue and malaria

डेंगू और मलेरिया से बचाव के 15 देसी उपाय – बिना दवा घर बैठे इलाज!

भारत में बरसात के मौसम के आते ही मच्छरों का आतंक शुरू हो जाता है। खासकर डेंगू और मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारियाँ तेजी से फैलती हैं। ये दोनों बीमारियाँ एडीज और एनोफिलीज़ नामक मच्छरों के काटने से होती हैं और अगर समय पर इनका इलाज न किया जाए तो स्थिति गंभीर हो सकती है।

हालाँकि आयुर्वेद और प्राचीन घरेलू चिकित्सा पद्धतियों में ऐसे कई देसी नुस्खे और घरेलू उपाय हैं जो इन बीमारियों से बचाव और उपचार में बेहद कारगर साबित हो सकते हैं। इस लेख में हम डेंगू और मलेरिया से बचने और इलाज में मददगार 15 असरदार घरेलू उपायों को विस्तार से जानेंगे।

डेंगू और मलेरिया क्या हैं?

डेंगू: एक वायरल संक्रमण है जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। इसके प्रमुख लक्षण हैं – तेज बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, त्वचा पर चकत्ते, उल्टी और प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट।

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मलेरिया:

मलेरिया एक परजीवी जनित रोग है जो एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर प्लाज्मोडियम नामक परजीवी को रक्त में प्रविष्ट कराता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इसके लक्षण हैं – ठंड लगना, बुखार, पसीना आना, सिरदर्द, उल्टी और कमजोरी।

डेंगू और मलेरिया से बचाव के 15 प्रभावी घरेलू उपाय

1. पपीते के पत्ते का रस

पपीते के पत्तों का रस डेंगू के लिए सबसे प्रसिद्ध घरेलू उपायों में से एक है। यह प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में मदद करता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।

  • कैसे लें: 2-3 पपीते के पत्तों को पीसकर उनका रस निकाल लें और दिन में दो बार सेवन करें।


2. गिलोय का काढ़ा या जूस

गिलोय को आयुर्वेद में अमृता कहा गया है। यह बुखार को नियंत्रित करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

  • कैसे लें: गिलोय की बेल को धोकर टुकड़ों में काट लें और पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं। दिन में दो बार पिएं।


3. तुलसी की चाय

तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं। यह मलेरिया और डेंगू दोनों में उपयोगी है।

  • कैसे लें: 5-6 तुलसी की पत्तियों को एक कप पानी में उबालें और स्वाद के लिए थोड़ा शहद मिलाकर सेवन करें।

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4. नीम के पत्ते का सेवन

नीम एंटीवायरल और एंटीमलेरियल गुणों से भरपूर होता है।

कैसे लें: नीम के पत्तों को उबालकर उसका पानी पिएं या पत्तियाँ चबाएं। इससे शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

5. हल्दी वाला दूध

हल्दी प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है। यह मलेरिया और डेंगू दोनों की सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होती है।

  • कैसे लें: एक कप गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर रात को सोने से पहले पिएं।

6. नारियल पानी का सेवन

डेंगू और मलेरिया में डिहाइड्रेशन सबसे आम समस्या होती है। नारियल पानी इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है जो शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है।

7. बार्ली वॉटर (जौ का पानी)

जौ शरीर को ठंडक प्रदान करता है और लीवर की सूजन को कम करता है।

  • कैसे लें: 1 कप जौ को 3 कप पानी में उबालें। छानकर दिन में दो बार पिएं।

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8. अदरक और शहद का मिश्रण

अदरक में सूजन और बुखार कम करने के गुण होते हैं, जबकि शहद रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

  • कैसे लें: 1 चम्मच अदरक का रस और 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार लें।

9. फलों का रस (अनार, कीवी, अमरूद)

ये सभी फल प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में मदद करते हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।

  • कैसे लें: दिन में दो बार अनार, कीवी या अमरूद का जूस पिएं। यह शरीर में आयरन और विटामिन C की कमी को पूरा करता है।

10. करेले का सेवन

करेला शरीर को डिटॉक्स करता है और इम्यूनिटी को मजबूत करता है।

  • कैसे लें: करेले का जूस निकालकर दिन में एक बार पिएं। इसका स्वाद कड़वा होता है, लेकिन यह अत्यंत लाभकारी है।

11. कसूरी मेथी

मेथी के बीज बुखार और दर्द में राहत देते हैं।

  • कैसे लें: रात भर एक चम्मच मेथी बीज पानी में भिगो दें। सुबह उसका पानी पिएं।

12. औषधीय जड़ी-बूटियाँ (कालमेघ, गुडुची, दूधी)

  • कालमेघ: एंटीवायरल गुणों से युक्त
  • गुडुची: इम्यूनिटी बढ़ाए
  • दूधी (बॉटल गार्ड): प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में मददगार
  • कैसे लें: इन जड़ी-बूटियों का काढ़ा बनाकर नियमित सेवन करें।

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13. हर्बल भाप लेना (नीम, पुदीना, तुलसी डालकर)

भाप लेने से श्वसन तंत्र साफ होता है और शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है।

14. काली मिर्च और तुलसी का काढ़ा

काली मिर्च वायरस को खत्म करने में मदद करती है।

  • कैसे लें: 5 तुलसी के पत्ते, 3 काली मिर्च और 1 टुकड़ा अदरक को पानी में उबालें। छानकर गर्म-गर्म पिएं।

15. हल्का, सुपाच्य और पौष्टिक भोजन

बीमारी में शरीर को भारी भोजन नहीं पचता। इस समय दाल का पानी, खिचड़ी, सूप और सलाद जैसे हल्के भोजन का सेवन करें।

बचाव ही सबसे बड़ा इलाज: डेंगू और मलेरिया से सुरक्षित रहने के टिप्स

A- घर और आसपास पानी जमा न होने दें।
B- कूलर, गमले, पुराने टायर आदि में पानी इकट्ठा न होने दें।
C- पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।
D- मच्छरदानी का उपयोग करें।
E- शाम के समय मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं।
F- घर के कोनों और छुपी जगहों पर नीम का धुआँ या कपूर जलाएं।

कब डॉक्टर से मिलें?

अगर आपको निम्न में से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

A- बुखार 3 दिन से अधिक बना रहे
B- उल्टी में खून
C- मसूड़ों से खून आना
D- अत्यधिक थकावट
E- पेशाब या मल में रक्त

निष्कर्ष

डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियाँ रोकथाम और सही समय पर इलाज से पूरी तरह नियंत्रण में लाई जा सकती हैं। ऊपर दिए गए 15 देसी उपाय न केवल उपचार में मददगार हैं, बल्कि ये रोगों से बचाव में भी कारगर हैं। याद रखें, प्राकृतिक उपाय तभी असर दिखाते हैं जब उन्हें नियमितता और सही तरीके से अपनाया जाए। साथ ही, गंभीर लक्षणों की स्थिति में चिकित्सीय परामर्श अवश्य लें।

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डिस्क्लेमर:
⚠️ Disclaimer : डेंगू और मलेरिया से बचाव के 15 देसी उपाय – बिना दवा घर बैठे इलाज! की यह पोस्ट कई किताबो और स्वास्थ सम्बन्धित वेब साईट को अध्यन कर सावधानी पूर्वक लिखा गया हैं।

लेकिन इसमें उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर 👉 #चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। और साथ ही आप ध्यान दे सेहत से जुड़ें किसी भी नुस्खे को आजमाने से पहले अपने डॉ से जरुर सलाह ले ताकि आपको जल्द से जल्द आपको लाभ मिले।

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