अंगूर खाओ, रोग भगाओ: जानिए अंगूर से जुड़े 30+ घरेलू उपाय

अंगूर से घरेलू इलाज 30+ देसी उपाय और फायदे

चमत्कारी अंगूर के फायदे: हर बीमारी की एक मिठास

🍇 Grapes Benefits in Hindi – अंगूर – यह नाम सुनते ही मुंह में मिठास घुल जाती है। छोटा सा यह फल केवल स्वाद में ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद लाभकारी है। आयुर्वेद से लेकर आधुनिक विज्ञान तक, अंगूर को एक औषधीय फल माना गया है जो शरीर के कई रोगों में दवा की तरह काम करता है। चाहे पेट की गड़बड़ी हो, त्वचा की समस्या हो या दिल की बीमारी – अंगूर हर जगह फायदेमंद है।

इस लेख में हम जानेंगे कि अंगूर क्या है, इसके पोषक तत्व, अंगूर के प्रकार, औषधीय गुण, उपयोग, अंगूर से बनने वाली औषधियाँ, और विभिन्न रोगों में इसके घरेलू उपयोग।

अंगूर क्या है? (What is Grapes in Hindi)

अंगूर एक रसीला, मधुर और शीतल फल है जो बेल पर उगता है। इसका वैज्ञानिक नाम Vitis vinifera Linn. है और यह Vitaceae कुल का पौधा है। इसे संस्कृत में ‘द्राक्षा’, अंग्रेजी में ‘Grapes’, और अरबी में ‘इनब’ कहा जाता है। अंगूर के बीजयुक्त और बिना बीज वाले दोनों प्रकार बाजार में मिलते हैं। बिना बीज वाले अंगूरों को सुखाकर किशमिश बनाया जाता है, जो एक अत्यंत पौष्टिक सूखा मेवा है।

अंगूर में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrients in Grapes in Hindi)

पोषक तत्वमात्रा (100 ग्राम में)
कैलोरी69 kcal
कार्बोहाइड्रेट18 ग्राम
शुगर15 ग्राम
फाइबर0.9 ग्राम
प्रोटीन0.7 ग्राम
वसा0.2 ग्राम
विटामिन C10.8 मिलीग्राम
विटामिन K14.6 माइक्रोग्राम
विटामिन E0.19 मिलीग्राम
पोटैशियम191 मिलीग्राम
मैग्नीशियम5 मिलीग्राम
फॉस्फोरस20 मिलीग्राम
कैल्शियम10 मिलीग्राम
एंटीऑक्सीडेंट्सरेस्वेराट्रोल, फ्लावोनॉयड्स

अंगूर के औषधीय गुण (Medicinal Properties of Grapes)

  • शीतल और मधुर रसधारी – शरीर को ठंडक देने वाला
  • वीर्यवर्धक – शारीरिक शक्ति बढ़ाता है
  • पाचन में सहायक – कब्ज, गैस और एसिडिटी से राहत देता है
  • हृदय के लिए उत्तम – रक्त संचार को सुधारता है
  • कफ-पित्त शामक – खांसी, पीलिया और बुखार में लाभकारी
  • रक्तवर्धक – खून की कमी को दूर करता है

अंगूर खाने के फायदे

अंगूर के प्रकार (Types of Grapes in Hindi)

अंगूर के प्रकार (Types of Grapes in Hindi)

  1. काले अंगूर – एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, त्वचा और दिल के लिए उत्तम
  2. हरे अंगूर – एसिडिटी और पाचन में सहायक
  3. लाल अंगूर – दिल और इम्युनिटी के लिए बेहतर
  4. बिना बीज के अंगूर – किशमिश बनाने हेतु उपयुक्त
  5. लंबे वाले अंगूर (थॉमसन सीडलेस) – मुनक्का हेतु प्रयोग

अंगूर के घरेलू उपयोग और फायदे (Home Remedies & Health Benefits of Grapes)

1. सिरदर्द में लाभकारी

नुस्खा: 10 मुनक्का, 10 ग्राम मिश्री और 10 ग्राम मुलेठी को पीसकर नाक में डालें – सिरदर्द से राहत मिलती है।

इन्हें भी पढ़े:- जाने अनार खाने फायदे और नुकसान

2. नाक से खून बहना

गर्मियों में होने वाली इस समस्या में 2-2 बूंद अंगूर का रस नाक में डालें – खून बहना बंद हो जाता है।

3. मुंह के रोग

मुनक्का और जामुन की पत्तियों का काढ़ा कुल्ला करने से बदबू, दांत दर्द और मसूड़ों की सूजन में राहत मिलती है।

4. थायरॉइड में सहायक

10 एमएल अंगूर रस में 1 ग्राम हरड़ चूर्ण मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें।

5. गले की जलन और सूजन

अंगूर रस से गरारे करने पर गले की जलन दूर होती है।

6. उल्टी रोकने में

मिश्री, पीपर, मुनक्का और तिल को शहद में मिलाकर सेवन करें।

7. सर्दी-खांसी में

मुनक्का, हरीतकी, शहद और मिश्री का काढ़ा पीने से सूखी और कुक्कुर खांसी में राहत।

8. सीने का दर्द

मुनक्का और धान की खील का घोल बनाकर पीने से सीने के दर्द में आराम मिलता है।

इन्हें भी पढ़े:- जाने चुकंदर खाने के फायदे और नुकसान

9. टीबी (क्षय रोग)

अंगूर, मिश्री, शहद और पिप्पली का मिश्रण टीबी रोग में लाभकारी होता है।

10. हृदय रोग

मुनक्का, शहद और लौंग का मिश्रण हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद है।

digestive system

पाचन तंत्र के लिए अंगूर के फायदे

1. कब्ज

10-20 मुनक्का दूध में उबालकर खाने से पेट साफ होता है।

2. एसिडिटी

हरड़ और मुनक्का की गोली सुबह-शाम लेने से एसिडिटी में लाभ।

3. पेट दर्द

अडूसा और अंगूर का काढ़ा पेट के दर्द में फायदेमंद।


अन्य रोगों में अंगूर के उपयोग

1. खूनी बवासीर

अंगूर की भस्म और मिश्री को घी के साथ सेवन करने से लाभ।

इन्हें भी पढ़े:- जाने सेब खाने के 20 फायदे और नुकसान क्या हैं

2. पीलिया

मुनक्का, पुराना घी और पानी मिलाकर बनाया गया घी पीलिया में उपयोगी।

3. पथरी

अंगूर रस, काली मिर्च और गोखरू काढ़ा – पथरी को तोड़ने में सहायक।

4. पेशाब में जलन

मुनक्का और मिश्री को दही के पानी में मिलाकर पीने से आराम मिलता है।

5. अंडकोष की सूजन

अंगूर के पत्तों को घी में सेंककर बांधने से सूजन कम होती है।

6. बेहोशी और चक्कर

मुनक्का, मिश्री, अनार की छाल और खस का पानी – बेहोशी में लाभदायक।

7. रक्तपित्त (नाक-कान से खून आना)

अंगूर का दूध में पकाया गया काढ़ा, हरड़ व मुनक्का का मिश्रण और अंगूर रस – सभी प्रकार के रक्तपित्त में फायदेमंद।

अंगूर के उपयोगी भाग (Useful Parts of Grapevine)

  • पके फल (Grapes)
  • सूखे फल (किशमिश / मुनक्का)
  • पत्तियाँ
  • बीज
  • फूल
  • काण्ड (तना)
  • पंचांग (पूरा पौधा)

अंगूर का सेवन कैसे करें? (How to Consume Grapes)

रूपमात्रा
ताजे अंगूर10-20 नग
अंगूर का रस50-100 मिली
मुनक्का10-25 नग
काढ़ा10-30 मिली
भस्म1-2 ग्राम
गोलियाँ1-2 प्रति दिन

नोट:

रोग विशेष या एलर्जी की स्थिति में विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

इन्हें भी पढ़े:- जाने केले के फायदे और नुकसान

🟩 अंगूर पर आधारित सामान्य प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1. अंगूर खाने से क्या फायदा होता है?

उत्तर: अंगूर खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, शरीर को ठंडक मिलती है, कब्ज और एसिडिटी दूर होती है, दिल की सेहत सुधरती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

प्रश्न 2. क्या अंगूर रोज खाना चाहिए?

उत्तर: अंगूर खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, शरीर को ठंडक मिलती है, कब्ज और एसिडिटी दूर होती है, दिल की सेहत सुधरती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

प्रश्न 3. क्या अंगूर गर्मी में खाना चाहिए?

उत्तर: जी हां, अंगूर का स्वभाव शीतल होता है, इसलिए यह गर्मी में शरीर को ठंडक देने और डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करता है।

प्रश्न 4. क्या डायबिटीज़ (मधुमेह) के मरीज अंगूर खा सकते हैं?

उत्तर: अंगूर में प्राकृतिक शुगर होती है, इसलिए मधुमेह के रोगियों को सीमित मात्रा (5-6 नग) में और डॉक्टर की सलाह से ही खाना चाहिए।

प्रश्न 5. मुनक्का और अंगूर में क्या अंतर है?

उत्तर: मुनक्का सूखा हुआ अंगूर होता है जिसे सुखा कर संरक्षित किया जाता है। यह अंगूर की तुलना में ज्यादा गाढ़ा और औषधीय गुणों से भरपूर होता है।

प्रश्न 6. क्या अंगूर पेट के लिए अच्छा होता है?

उत्तर: हां, अंगूर कब्ज, गैस और एसिडिटी में राहत देता है। यह पेट को साफ करता है और पाचन को दुरुस्त करता है।

प्रश्न 7. अंगूर कब खाना चाहिए – सुबह या शाम?

उत्तर: अंगूर सुबह खाली पेट या दोपहर में खाना सबसे उपयुक्त होता है। रात में अंगूर खाना टालना चाहिए क्योंकि यह ठंडक देता है।

प्रश्न 8. क्या अंगूर वजन बढ़ाता है?

उत्तर: अंगूर में नैचुरल शुगर होती है, लेकिन अगर सीमित मात्रा में खाएं तो यह वजन नहीं बढ़ाता। अधिक मात्रा में खाने पर वजन बढ़ सकता है।

प्रश्न 9. क्या अंगूर खाना त्वचा के लिए अच्छा होता है

उत्तर: जी हां, अंगूर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा को चमकदार, झुर्रियों से मुक्त और युवा बनाए रखते हैं।

प्रश्न 10. क्या अंगूर से खून की कमी दूर होती है?

उत्तर: हां, मुनक्का और अंगूर दोनों ही आयरन से भरपूर होते हैं, जो शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने में मदद करते हैं।

प्रश्न 11. मुनक्का को कैसे खाना चाहिए?

उत्तर: मुनक्का को रातभर भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं या दूध में उबालकर सेवन करें। यह पाचन, हृदय और कमजोरी के लिए बहुत फायदेमंद है।

प्रश्न 12. अंगूर का रस पीने से क्या होता है?

उत्तर: अंगूर का रस शरीर को एनर्जी देता है, गर्मी में ठंडक पहुँचाता है, त्वचा और बालों को सुंदर बनाता है, और पेट के रोगों में लाभकारी होता है।

प्रश्न 13. बच्चों को अंगूर कब से देना चाहिए?

उत्तर: 1 साल की उम्र के बाद छोटे टुकड़े करके या मसलकर बच्चों को अंगूर देना शुरू किया जा सकता है, लेकिन बीज निकालकर ही दें।

प्रश्न 14. क्या अंगूर खून पतला करता है?

उत्तर: अंगूर में रेस्वेराट्रोल होता है जो प्राकृतिक रूप से खून को पतला करने में मदद करता है और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

अंगूर केवल एक स्वादिष्ट फल नहीं बल्कि एक संपूर्ण औषधि है। इसके सेवन से शरीर को शक्ति, पाचन में सुधार, रोग प्रतिरोधक क्षमता और मानसिक संतुलन – सभी कुछ प्राप्त होता है। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों अंगूर की महिमा को स्वीकार करते हैं। यदि आप सेहतमंद जीवन की ओर कदम बढ़ाना चाहते हैं, तो अंगूर को अपने आहार का हिस्सा जरूर बनाएं।

⚠️ Disclaimer (अस्वीकरण):

स्वस्थ भारत ब्लॉग पर प्रस्तुत यह लेख – “अंगूर के स्वास्थ्य लाभ: औषधीय गुण, घरेलू उपयोग, पोषक तत्व और सावधानियाँ | Angoor ke Fayde in Hindi” – आयुर्वेदिक ग्रंथों, पोषण विशेषज्ञों के विचारों, और विभिन्न स्वास्थ संबंधित विश्वसनीय स्रोतों के गहन अध्ययन के आधार पर तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी और स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना है।

👉 इस लेख में उल्लिखित कोई भी जानकारी, घरेलू उपाय या सुझाव चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है।
👉 यदि आप किसी विशेष रोग से पीड़ित हैं, दवाइयाँ ले रहे हैं, या गर्भवती/स्तनपान करा रही हैं – तो किसी भी आहार परिवर्तन या घरेलू उपाय को आज़माने से पहले अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।

लेखक और वेबसाइट किसी भी प्रतिकूल प्रभाव या नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे, जो इस जानकारी के उपयोग से हो सकता है।

स्वस्थ रहें, सतर्क रहें – जानकारी ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है।

Share This Article
Leave a comment