शिलाजीत के फायदे और नुकसान | शरीर को दे दमदार ताकत और स्टैमिना – विस्तार से जानकारी

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शिलाजीत के फायदे और नुकसान | शरीर को दे दमदार ताकत और स्टैमिना – विस्तार से जानकारी

🧪 शिलाजीत क्या है? (What is Shilajit?)

शिलाजीत एक गाढ़ी, गोंद जैसी प्राकृतिक औषधि है, जो चट्टानों से रिसती है और सदियों पुराने जैविक तत्वों का परिणाम है। यह मुख्य रूप से हिमालय, तिब्बत, अफगानिस्तान और अन्य ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में गर्मियों में प्राप्त होती है।

➡️ यह एक काले या भूरे रंग की sticky resin होती है।
➡️ इसे आयुर्वेद में “रसायन” और “वाजीकरण” श्रेणी में रखा गया है।
➡️ इसका उपयोग प्राचीन काल से शारीरिक और मानसिक बल बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है।
 शिलाजीत के प्रकार (Types of Shilajit)

🔬 शिलाजीत के प्रकार (Types of Shilajit)

शिलाजीत के चार प्रमुख प्रकार होते हैं, जो उनकी धात्विक प्रकृति पर आधारित हैं:

  1. सोना युक्त शिलाजीत – बल और त्वचा के लिए उत्तम
  2. चांदी युक्त शिलाजीत – मानसिक विकारों के लिए उपयोगी
  3. ताम्र युक्त शिलाजीत – मोटापा और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए
  4. लोहतत्व युक्त शिलाजीत (Black Shilajit) – सबसे शक्तिशाली और आमतौर पर मिलने वाला प्रकार
✅ आयुर्वेद में लोहतत्व युक्त शिलाजीत को सबसे श्रेष्ठ और शक्तिशाली माना गया है
 शिलाजीत के अद्भुत फायदे (Benefits of Shilajit in Hindi)

🧠 शिलाजीत के अद्भुत फायदे (Benefits of Shilajit in Hindi)

जैसे:

  • स्टेमिना और यौन शक्ति में वृद्धि
  • जोड़ों के दर्द से राहत
  • इम्यूनिटी बूस्ट
  • मानसिक स्पष्टता और तनाव से राहत
  • हड्डियों को मज़बूती
  • थकान में राहत
  • उम्र के प्रभाव को धीमा करना आदि

शिलाजीत सिर्फ यौन स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है। यह शरीर, मस्तिष्क और प्रतिरक्षा तंत्र को भी गहराई से लाभ पहुंचाता है। आइए जानें इसके प्रमुख लाभ विस्तार से:

Contents

💥 “थकान नहीं, ताक़त चाहिए — रोज़ शिलाजीत अपनाइए!”

⚡ 1. स्टेमिना और यौन शक्ति में वृद्धि

शिलाजीत का सबसे अधिक चर्चित लाभ है – यौन शक्ति और स्टेमिना बढ़ाना।
➡️ यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को प्राकृतिक रूप से बढ़ाता है।
➡️ यौन कमजोरी, शीघ्रपतन या इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी समस्याओं में लाभदायक।
➡️ शारीरिक संबंध के समय सहनशक्ति में सुधार होता है।
➡️ प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देता है।

🧠 आयुर्वेद में इसे “वाजीकरण रसायन” माना गया है, जो पुरुषों की ऊर्जा को पुनः जाग्रत करता है।
जोड़ों के दर्द

🦴 2. जोड़ों के दर्द से राहत

➡️ शिलाजीत में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो शरीर को मुक्त कणों (Free Radicals) से बचाते हैं।
➡️ सफेद रक्त कणों (WBCs) को सक्रिय करता है।
➡️ मौसमी बीमारियों, फ्लू और सर्दी-जुकाम से बचाव करता है।

🛡️ कोविड के बाद जिन लोगों को बार-बार बीमार पड़ने की शिकायत थी, उनके लिए यह उपयोगी रहा है।

🧬 3. स्पर्म की संख्या और गुणवत्ता में सुधार

ओलिगोस्पर्मिया, पुरुष बांझपन, शुक्राणु वृद्धि करता हैं।

➡️ शिलाजीत शरीर में शुक्राणु उत्पादन को बढ़ाता है।
➡️ स्पर्म की गुणवत्ता (motility और morphology) में सुधार लाता है।
➡️ बांझपन (Infertility) जैसी समस्या में यह सहायक हो सकता है।

📈 2010 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, 90 दिनों तक शिलाजीत का सेवन करने से स्पर्म काउंट और एक्टिव स्पर्म में उल्लेखनीय सुधार पाया गया।

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🌬️ 4. अस्थमा और एलर्जी से राहत

श्वसन संबंधी रोग, एलर्जी के घरेलू उपाय

🌬️ शिलाजीत में पाए जाने वाले Bioactive Compounds सांस की नली को खोलने और एलर्जी को शांत करने में मदद करते हैं।

➡️ अस्थमा के लक्षणों में राहत।
➡️ बार-बार होने वाले खांसी-जुकाम से बचाव।
➡️ ब्रोंकाइटिस जैसी स्थितियों में सहायक।

🌀 हालांकि, यह रोग का तात्कालिक इलाज नहीं बल्कि लंबी अवधि में रोग प्रतिरोध बढ़ाने में मदद करता है।

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🦴 5. हड्डियों को मजबूत बनाए

हड्डियों की कमजोरी, ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डी बढ़ाने की दवा

➡️ शिलाजीत शरीर में कैल्शियम और अन्य खनिजों के अवशोषण को बढ़ाता है।
➡️ ऑस्टियोआर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं में उपयोगी हैं।
➡️ बढ़ती उम्र में हड्डियों की कमजोरी को दूर करता है।

🔩 यह एक प्राकृतिक मिनरल सपोर्ट की तरह कार्य करता है जिससे हड्डियाँ मज़बूत और लचीली बनी रहती हैं।

🩸 6. डायबिटीज में उपयोगी

शुगर कंट्रोल, प्राकृतिक शुगर कंट्रोलर है शिलाजीत

➡️ शिलाजीत ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक पाया गया है।
➡️ इसमें मौजूद ह्युमिक और फुलविक एसिड्स इंसुलिन संवेदनशीलता को सुधारते हैं।
➡️ यह डायबिटीज से जुड़ी थकावट, कमजोरी और संधियों के दर्द में भी मदद करता है।

⚠️ ध्यान दें: डायबिटीज मरीज शिलाजीत लेने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
शारीरिक कमजोरी और थकान

🧘‍♂️ 7. थकान और कमजोरी में राहत

दिन भर थकावट, एनर्जी बूस्टर, कमजोरी का इलाज शिलाजीत हैं।

➡️ शिलाजीत शरीर के माइटोकॉन्ड्रिया को सक्रिय करता है, जिससे ऊर्जा का उत्पादन बढ़ता है।
➡️ क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम (CFS) में अत्यधिक लाभकारी हैं।
➡️ शरीर को फुर्तीला और सतत सक्रिय बनाता है।

⚡ जिन लोगों को थोड़ी मेहनत में थकावट महसूस होती है, उनके लिए यह बेहद उपयोगी है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए

🛡️ 8. इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है

इम्यून सिस्टम, रोग प्रतिरोधक क्षमता, इम्यूनिटी बूस्टर है।

➡️ शिलाजीत में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो शरीर को मुक्त कणों (Free Radicals) से बचाते हैं।
➡️ सफेद रक्त कणों (WBCs) को सक्रिय करता है।
➡️ मौसमी बीमारियों, फ्लू और सर्दी-जुकाम से बचाव करता है।

🛡️ कोविड के बाद जिन लोगों को बार-बार बीमार पड़ने की शिकायत थी, उनके लिए यह उपयोगी रहा है।
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त्वचा को बनाए चमकदार

🕰️ बढ़ती उम्र के असर को कम करता है

एंटी एजिंग उपाय, बुढ़ापा रोकने का इलाज, झुर्रियों से बचाव करता

➡️ शिलाजीत में एंटीऑक्सीडेंट और फुलविक एसिड जैसे तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं।
➡️ यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, जिससे त्वचा और मांसपेशियों की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है।
➡️ झुर्रियों, ढीली त्वचा और कमजोरी जैसे बुढ़ापे के लक्षणों को नियंत्रित करता है।
➡️ शरीर को लंबे समय तक जवान बनाए रखने में सहायक।

🌿 इसे प्राकृतिक “Anti-Ageing Rejuvenator” कायाकल्प भी कहा जाता है।
शिलाजीत खाने का सही तरीका

🥛 शिलाजीत खाने का सही तरीका

शिलाजीत कैसे लें, सेवन कब करें, शिलाजीत की मात्रा, सेवन विधि क्या हैं?

👉 शिलाजीत पाउडर, रेजिन या कैप्सूल के रूप में मिलता है।
👉 सामान्यतः इसे गुनगुने दूध या पानी के साथ सेवन किया जाता है।

सेवन की विधि:

  • शुद्ध शिलाजीत रेजिन: चावल के दाने जितनी मात्रा (लगभग 300–500 mg)
  • कैप्सूल या टैबलेट: दिन में 1 बार रात को सोने से पहले
  • सेवन खाली पेट न करें, बल्कि भोजन के 1–2 घंटे बाद लें
  • कोर्स की अवधि: 8 से 12 सप्ताह तक किया जा सकता है (डॉक्टर की सलाह से)
⚠️ महिलाएं भी शिलाजीत ले सकती हैं, विशेष रूप से कमजोरी, थकान या उम्र संबंधी समस्याओं में, परंतु उन्हें विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
 शिलाजीत के नुकसान और सावधानियाँ

⚠️ शिलाजीत के नुकसान और सावधानियाँ

✅ शिलाजीत प्राकृतिक और आयुर्वेदिक औषधि है, लेकिन कुछ मामलों में इसके दुष्प्रभाव भी देखे गए हैं, विशेष रूप से जब इसे अधिक मात्रा में लिया जाए।

❗ संभावित नुकसान:

  • अत्यधिक गर्मी महसूस होना (शिलाजीत की गर्म तासीर के कारण)
  • सिरदर्द या जी मिचलाना
  • पेट में जलन या एसिडिटी
  • अधिक मात्रा में लेने से नींद में परेशानी
  • एलर्जी की प्रतिक्रिया (बहुत ही कम मामलों में)

❗ किन्हें नहीं लेना चाहिए?

  • जिन्हें हाई यूरिक एसिड, किडनी स्टोन, या ब्लड प्रेशर की समस्या है
  • गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं
  • किसी भी गंभीर रोग के मरीज – कृपया पहले चिकित्सक से सलाह लें
🧠 “कम मात्रा में नियमित सेवन करें, तभी शिलाजीत अमृत समान है।”

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💡 शिलाजीत पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1- शिलाजीत क्या है और यह कहां पाया जाता है?

उत्तर: शिलाजीत एक प्राकृतिक रेजिन (गोंद जैसी चिपचिपी पदार्थ) है जो मुख्यतः हिमालय, अफगानिस्तान और तिब्बत जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में चट्टानों से रिसकर प्राप्त होती है। यह आयुर्वेद में एक शक्तिवर्धक रसायन माना जाता है।

प्रश्न 2- क्या महिलाएं भी शिलाजीत का सेवन कर सकती हैं?

उत्तर: हां, महिलाएं भी शिलाजीत का सेवन कर सकती हैं। यह हार्मोनल बैलेंस, थकान कम करने, हड्डियों को मज़बूत करने और ऊर्जा बढ़ाने में लाभकारी होता है।

प्रश्न 3- शिलाजीत का सेवन कब और कैसे करना चाहिए?

उत्तर: आमतौर पर शिलाजीत का सेवन सुबह खाली पेट या रात में सोने से पहले गुनगुने दूध या पानी के साथ किया जाता है। खुराक डॉक्टर की सलाह पर आधारित होनी चाहिए।

प्रश्न 4- क्या शिलाजीत रोज़ लिया जा सकता है?

उत्तर: हां, यदि चिकित्सकीय सलाह ली गई हो तो सीमित मात्रा में शिलाजीत का नियमित सेवन फायदेमंद होता है। लंबे समय तक अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है।

प्रश्न 5- क्या शिलाजीत केवल पुरुषों के लिए होता है?

उत्तर: नहीं, यह एक मिथ है। शिलाजीत महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए फायदेमंद है। यह संपूर्ण शरीर को ताकत, ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है।

प्रश्न 6- शिलाजीत से सेक्स पावर बढ़ती है क्या?

उत्तर: हां, शिलाजीत पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे यौन क्षमता, स्टैमिना और प्रदर्शन बेहतर होता है।

प्रश्न 7- क्या शिलाजीत से वजन बढ़ता है?

उत्तर: शिलाजीत सीधे तौर पर वजन नहीं बढ़ाता, लेकिन यह मेटाबॉलिज्म सुधारकर शरीर को मजबूत और सक्रिय बनाता है। अगर आप मसल गेन कर रहे हैं तो यह सहायक हो सकता है।

प्रश्न 8- क्या शिलाजीत डाइबिटीज में फायदेमंद है?

उत्तर: हां, शिलाजीत में एंटी-डायबेटिक गुण होते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है, लेकिन सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

प्रश्न 9- क्या शिलाजीत के कोई साइड इफेक्ट भी हैं?

उत्तर: अधिक मात्रा में लेने से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है, सिरदर्द, जी मिचलाना या घबराहट जैसे लक्षण हो सकते हैं। इसलिए सीमित मात्रा में और विशेषज्ञ की सलाह से सेवन करें।

प्रश्न 10- क्या शिलाजीत को किसी अन्य आयुर्वेदिक औषधि के साथ लिया जा सकता है?

उत्तर: हां, इसे अश्वगंधा, सफेद मूसली या गोखरू जैसे हर्ब्स के साथ लिया जा सकता है, लेकिन संयोजन और मात्रा के लिए किसी आयुर्वेदाचार्य से परामर्श अवश्य लें।

✅ निष्कर्ष: शिलाजीत — प्रकृति का ऊर्जा रसायन

शिलाजीत न केवल एक यौन टॉनिक है, बल्कि यह सम्पूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाली एक बहुआयामी औषधि है।
➡️ यह थकावट दूर करता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, हड्डियों व मांसपेशियों को शक्ति देता है, और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
➡️ इसे नियमित, सीमित मात्रा में और चिकित्सक की सलाह से लें तो यह एक “सुपरहर्ब” की तरह कार्य करता है।

🌿 आयुर्वेद में इसे “सर्वरोगहर रसायन” कहा गया है — यानी ऐसा रसायन जो शरीर के अधिकतर रोगों में लाभकारी होता है।

⚠️ Disclaimer (अस्वीकरण)

यह लेख केवल स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है।
शिलाजीत एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक औषधि है, लेकिन इसका सेवन हर व्यक्ति के शरीर की प्रकृति और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार अलग-अलग प्रभाव डाल सकता है।

👉 यदि आप किसी रोग से ग्रसित हैं, दवाएं ले रहे हैं, या विशेष शारीरिक परिस्थिति (जैसे प्रेग्नेंसी, हार्मोनल समस्या, उच्च रक्तचाप आदि) में हैं,
तो शिलाजीत के सेवन से पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक या हेल्थ एक्सपर्ट से परामर्श अवश्य लें।

🔍 इस लेख में दी गई जानकारियाँ प्रमाणित स्रोतों और आयुर्वेदिक सिद्धांतों पर आधारित हैं, लेकिन यह किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं हैं।

Always consult your Doctor before starting any new supplement.

Image Credit- Freepik

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