टॉन्सिल: लक्षण, कारण, घरेलू उपचार और परहेज | Tonsils in Hindi

गले की सूजन और टॉन्सिल के लिए घरेलू आयुर्वेदिक उपचार

टॉन्सिल: लक्षण, कारण, घरेलू उपचार और परहेज | Tonsils in Hindi

गले में दर्द, सूजन, जलन और निगलने में परेशानी – ये सभी टॉन्सिल (Tonsils) की समस्या के संकेत हो सकते हैं। खासकर बदलते मौसम में यह आम समस्या बन जाती है, लेकिन समय पर सही देखभाल और घरेलू उपचार अपनाने से टॉन्सिल की तकलीफ को जड़ से ठीक किया जा सकता है। इस लेख में हम टॉन्सिल के कारण, लक्षण, घरेलू उपाय, परहेज और इससे बचने के आयुर्वेदिक और प्राकृतिक तरीके विस्तार से बताएंगे।

टॉन्सिल क्या होता है? (What is Tonsils or Tonsillitis in Hindi)

टॉन्सिल्स हमारे गले में मौजूद दो लसीकाग्रंथियां (Lymph Nodes) होती हैं, जो संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर की पहली रक्षा पंक्ति का हिस्सा हैं। ये दोनों ग्रंथियां गले के दोनों ओर स्थित होती हैं। जब इन टॉन्सिल्स में किसी भी प्रकार का संक्रमण हो जाता है, तो इन्हें सूजन, जलन और दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं, जिसे टॉन्सिलाइटिस (Tonsillitis) कहा जाता है।


आयुर्वेद में इसे “तुण्डिकेरी शोथ” कहा गया है। यह रोग मुख्य रूप से कफ दोष के असंतुलन के कारण होता है।


टॉन्सिल होने के मुख्य 7 कारण (Causes of Tonsillitis in Hindi)

1- वायरल संक्रमण: आम सर्दी-जुकाम के वायरस।
2- बैक्टीरियल संक्रमण: खासकर Streptococcus pyogenes
3- ठंडी चीजों का सेवन: जैसे आइसक्रीम, ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक।
4- कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता।
5- मौसम बदलाव: सर्दियों में विशेष रूप से।
6- अस्वास्थ्यकर खानपान: तला-भुना, बासी, अधिक ठंडी चीजें।
7- साफ-सफाई की कमी: विशेषकर बच्चों में।

टॉन्सिल के लक्षण (Symptoms of Tonsillitis in Hindi)

1– गले में तेज जलन और दर्द
2– निगलने में कठिनाई
3– कान के नीचे दर्द या भारीपन
4– गले में सूजन व खराश
5– मुंह से दुर्गंध आना
6– बुखार और थकान
7– छोटे बच्चों में लार टपकना, सांस लेने में दिक्कत

टॉन्सिल के लिए असरदार घरेलू उपचार (Effective Home Remedies for Tonsils in Hindi)

1. नमक के पानी से गरारा

गर्म पानी में आधा चम्मच नमक डालकर दिन में 3-4 बार गरारे करें। इससे सूजन और जलन में तुरंत राहत मिलती है।

2. नींबू और शहद का मिश्रण

1 चम्मच शहद में 2-3 बूंद नींबू का रस मिलाकर दिन में 2-3 बार सेवन करें।

3. अदरक का रस और शहद

ताजे अदरक का रस निकालकर उसमें समान मात्रा में शहद मिलाएं। यह सूजन और दर्द को कम करता है।

4. हल्दी वाला दूध

रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चुटकी हल्दी मिलाकर पिएं। यह संक्रमण को दूर करने में मदद करता है।

5. लहसुन पानी से गरारा

पानी में 4-5 लहसुन की कलियां उबालें और उससे गरारे करें।

इन्हें भी पढ़े:- लहसुन के अद्भुत फायदे: सेहत के लिए एक वरदान

6. फिटकरी का गरारा

फिटकरी पाउडर को गुनगुने पानी में डालकर गरारा करें। यह संक्रमण को तेजी से ठीक करता है।

7. मेथी के बीज

1 लीटर पानी में 1 चम्मच मेथी के बीज डालकर उबालें। ठंडा करके दिन में 2-3 बार गरारा करें।

8. प्याज का रस

प्याज का रस गुनगुने पानी में मिलाकर गरारे करें। यह गले की सूजन को कम करता है।

9. तुलसी और शहद

तुलसी के 5-6 पत्ते एक कप पानी में उबालें और उसमें शहद मिलाकर सेवन करें।

टॉन्सिल के लिए योग और आयुर्वेदिक क्रियाएं (Yoga & Ayurvedic Detox for Tonsils)

👉 योगासन:

  • #- कपालभाति
  • #- अनुलोम-विलोम
  • #- भस्त्रिका
  • #- उष्ट्रासन
  • #- भुजंगासन

इन्हें भी पढ़े:- मूली खाने के फायदे, नुकसान व मूली से 20 रोगों का इलाज

👉 आयुर्वेदिक कुंजल क्रिया:

सुबह खाली पेट गुनगुना नमक मिला पानी पीकर उल्टी के माध्यम से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालें।

टॉन्सिल में परहेज क्या करें? (Diet & Lifestyle Tips in Tonsils

❌ क्या न खाएं:
A– दही, आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक
B– बासी खाना, तला-भुना भोजन
C– मसालेदार और जंकफूड
✅ क्या खाएं:
A– गर्म सूप, हल्का-फुल्का खिचड़ी
B- तुलसी, अदरक, हल्दी युक्त आयुर्वेदिक काढ़ा
C- गर्म पानी और हर्बल चाय

इन्हें भी पढ़े:- हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार 5 सब्जियां

टॉन्सिल से बचाव के लिए जरूरी जीवनशैली (Prevention Tips for Tonsils)

1- साफ-सफाई का ध्यान रखें
2- बच्चों को हाथ धोने की आदत डालें
3- समय पर गुनगुना पानी पीते रहें
4- सर्दी के मौसम में ठंडी चीजों से परहेज करें
5- वायरल के दौरान स्कूल या ऑफिस से छुट्टी लें

इन्हें भी पढ़े:- मधुमक्खी के काटने के लक्षण और 10 घरेलू उपचार!

Tonsils in Children (बच्चों में टॉन्सिल)

बच्चों में टॉन्सिल होना आम है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। अगर बार-बार टॉन्सिल की शिकायत हो तो आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों से शुरुआत करें, लेकिन बार-बार बुखार या सांस लेने में दिक्कत होने पर डॉक्टर से जरूर परामर्श लें।

इन्हें भी पढ़े:- मुँह की बदबू के कारण और 20 घरेलू इलाज!

FAQs: टॉन्सिल से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1- टॉन्सिल कितने दिन में ठीक होता है?

सामान्यतः 5 से 7 दिन में घरेलू उपायों से ठीक हो सकता है, लेकिन अगर संक्रमण बढ़ जाए तो डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

2- क्या टॉन्सिल संक्रामक होता है?

हाँ, यह वायरस या बैक्टीरिया के कारण होता है और दूसरों को हो सकता है।

3- क्या टॉन्सिल में बर्फ खाना नुकसानदायक है?

बिलकुल, ठंडी चीजें जैसे बर्फ, आइसक्रीम गले की सूजन को बढ़ा सकती हैं।

4- बार-बार टॉन्सिल क्यों होता है?

कमजोर इम्यूनिटी, मौसम बदलाव, साफ-सफाई की कमी और ठंडी चीजों का अधिक सेवन इसके कारण हो सकते हैं।

4- टॉन्सिल में कौन सी दवा लेनी चाहिए?

घरेलू उपाय सबसे पहले अपनाएं, फिर जरूरत पड़ने पर आयुर्वेदिक या डॉक्टर की सलाह से एलोपैथिक दवा लें।

5- टॉन्सिल स्टोन क्या होता है?

जब टॉन्सिल में खाने के कण जमा होकर कठोर हो जाते हैं तो उसे टॉन्सिल स्टोन कहते हैं।

6- क्या योग से टॉन्सिल ठीक हो सकता है?

हाँ, प्राणायाम और कुंजल क्रिया जैसे योगिक अभ्यास से बहुत राहत मिलती है।

7- क्या टॉन्सिल के लिए हल्दी असरदार है?

जी हाँ, हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो गले की सूजन को ठीक करते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

टॉन्सिल की समस्या दिखने में मामूली लग सकती है, लेकिन समय पर उचित घरेलू उपाय, खानपान में परहेज और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से यह पूरी तरह ठीक हो सकती है। यदि स्थिति ज्यादा बिगड़े तो डॉक्टर की सलाह लेना ही समझदारी है।

डिस्क्लेमर:
⚠️ Disclaimer : टॉन्सिल: लक्षण, कारण, घरेलू उपचार और परहेज | Tonsils in Hindi की यह पोस्ट कई किताबो और स्वास्थ सम्बन्धित वेब साईट को अध्यन कर सावधानी पूर्वक लिखा गया हैं।

लेकिन इसमें उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर 👉 #चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। और साथ ही आप ध्यान दे सेहत से जुड़ें किसी भी नुस्खे को आजमाने से पहले अपने डॉ से जरुर सलाह ले ताकि आपको जल्द से जल्द आपको लाभ मिले।

Share This Article
Leave a comment